चंडीगढ़/गुरकिरपा  ब्यूरो/ 15 /अप्रैल/2025

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा है कि भाजपा पर उंगली उठाने से पहले अकाली दल को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। अकाली दल द्वारा अकाल तख्त साहिब की सर्वोच्च मर्यादा को चुनौती देने वाली कार्रवाइयों की कड़ी निंदा करते हुए सुनील जाखड़ ने कहा कि उनकी इन जघन्य गलतियों से प्रत्येक पंजाबी के मन को ठेस पहुंची है।

आज यहां जारी बयान में सुनील जाखड़ ने कहा कि बीते दिन तेजा सिंह समुंद्री हॉल में जो हुआ, वह पंथ की प्रमुख संस्थाओं की मर्यादा को नष्ट करने वाला है, जबकि अकाली दल के नेता अपने गुनाहों पर पर्दा डालने के लिए भाजपा पर बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं।

सुनील जाखड़ ने कहा कि अभी तक तो इन्होंने अपने पिछले गुनाहों से मुक्ति भी नहीं पाई थी कि अब और गुनाह करने लगे। उन्होंने कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल से उनका ‘फख्र-ए-कौम’ खिताब वापस लेने के बारे में अकाल तख्त साहिब से इस फैसले पर पुनर्विचार की प्रार्थना तो की जा सकती थी, लेकिन इन्होंने उस फैसले के खिलाफ प्रस्ताव पारित करके श्री अकाल तख्त साहिब की सत्ता को चुनौती देने का जघन्य अपराध किया है।

सुनील जाखड़ ने आगे कहा कि तेजा सिंह समुंद्री हॉल में ‘बोले सो निहाल’ के जयकारे गूंजना तो स्वीकार्य था, लेकिन वहां श्री हरमंदिर साहिब की छत्रछाया में किसी नेता का जय-जयकार करवाना इनके अहंकार का प्रतीक है।

सुनील जाखड़ ने कहा कि अकाली दल पंथक हितों के लिए बनी पार्टी थी, लेकिन आज इसके नेताओं ने अपने संकीर्ण निजी हितों के लिए इस पार्टी को कुर्बान कर दिया है। उन्होंने कहा कि आज पंजाब बहुत ही संवेदनशील स्थिति में है और लोग मुद्दों व पंजाब की बात करने की बजाय ये नेता किसी व्यक्ति विशेष की सत्ता लाने की बात कर रहे हैं, लेकिन लोग मुद्दों पर चुप हैं।

सुनील जाखड़ ने कहा कि गुरु महाराज बख्शने वाले हैं, अच्छा होता यदि अकाली नेता पुरानी गलतियों में सुधार करते, लेकिन बीते दिन की कार्रवाइयों ने उनके चेहरे को एक बार फिर बेनकाब कर दिया है। उन्होंने कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब की मर्यादा को चुनौती देने वाली यह कार्रवाई सिख हृदयों को आहत करने वाली है। उन्होंने अकाली दल द्वारा भाजपा पर लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि पहले अकाली दल अपने गिरबान की और झांके फिर दूसरों पर उंगली उठाए।

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